🔯
*॥ "गुप्त नवरात्रि" ॥*
*जय कारा शेरावाली दा, बोल सांचे दरबार की जय*
*जय कारा हो माता रानी का*
🔯 *मां दुर्गा के सिद्घ मंत्र :-*
♦ आरोग्य एवं सौभाग्य प्राप्ति के लिए इस मंत्र का रोज कम से कम १०८ बार जाप करें ॥
*"देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि में परमं सुखम्" ।*
*"रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषोजहि" ॥*
♦ सर्व बाधा मुक्ति एवं धन-पुत्रादि प्राप्ति के लिए इस मंत्र का रोज कम से कम पांच माला जाप करें ॥
*"सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो धन धान्य सुतान्वितः" ।*
*"मनुष्यों मत्प्रसादेन भवष्यति न संशय" ॥*
♦ गुणवान पत्नी की प्राप्ति के लिए इस मंत्र का सवा लाख जाप का या इस मंत्र का संपुट लेके संपुटित दुर्गा सप्तशती के बारह पाठ का अनुष्ठान खुद करें या करवायें ॥
*"पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम्" ।*
*"तारिणीं दुर्ग संसारसागस्य कुलोद्भवाम्" ॥*
♦ दरिद्रता नाश के लिए इस मंत्र की रोज ग्यारह माला का जाप करें, जाप के समय गुग्गुल की धूपबत्ती जलायें ॥
*"दुर्गेस्मृता हरसि भतिमशेशजन्तो: स्वस्थैं: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि" ।*
*"दारिद्रयदुःखभयहारिणी का त्वदन्या सर्वोपकारकरणाय सदार्द्रचित्ता" ॥*
♦ ऐश्वर्य प्राप्ति, सौभाग्य, आरोग्य प्राप्ति, भय मुक्ति एवं शत्रु बुद्धि दमन के लिए इस मंत्र का अनुष्ठान करें या करवायें ॥
*"ऐश्वर्य यत्प्रसादेन सौभाग्यारोग्य सम्पदः"।*
*"शत्रुहानिः परो मोक्षः स्तुयते सा न किं जनैः" ॥*
♦ सभी विपत्तियों के नाश के लिए इस मंत्र का रोज ग्यारह माला जाप करें ॥
*"शरणागतर्दीनार्त परित्राण परायणे" ।*
*"सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणि नमोऽतु ते" ॥*
♦ शत्रु नाश एवं शत्रु का मुंह बंद करने के लिए, कोर्ट में विजय प्राप्त करनें के लिए इस मंत्र का सवा लाख जाप का अनुष्ठान खुद करें या करवायें और रोज़ कम से कम पांच माला का जाप करें ॥
*(सूचना :- अगर इस मंत्र की दिक्षा ली हो मतलब इस मंत्र के अगर आप दिक्षित हो तो ही यह करें क्योंकि इसको ब्रह्मास्त्र के नाम से भी जाना जाता है, इस में सभी पीली चीज़ वस्तु ओं का प्रयोग करें)*
*"ॐ ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्वाम् कीलय बुद्धिं विनाशाय ह्रीं ॐ स्वाहा" ॥*
♦ स्वप्न में कार्य सिद्धि - असिद्धि जानने के लिए इस मंत्र की रोज पांच माला रात को सोने से पहले करें ॥
*"दुर्गे देवी नमस्तुभ्यं सर्वकामार्थसाधिके" ।*
*"मम सिद्धिमसिद्धिं वा स्वप्ने सर्वं प्रदर्शय" ॥*
♦ सर्वविघ्नों एवं बाधा नाश के लिए एवं वैरी नाश के लिए इस मंत्र की रोज़ कम से कम दो माला जाप करें ॥
*"सर्वाबाधा प्रशमनं त्रेलोक्यस्याखिलेशवरी" ।*
*"एवमेव त्वया कार्यमस्मद्वैरि विनाशनम्" ॥*
🔯
No comments:
Post a Comment