Wednesday, 18 January 2017

कृतिका नक्षत्र

कृतिका नक्षत्र --- कृतिका शब्द का अर्थ होता है कार्य को करने वाला । कृतिका नक्षत्र का प्रतीक चिन्ह कुल्हाड़ी ,कटार या तेज धार हथियार वाले औजार के रूप में किया जाता है ।अग्नि को भी कृतिका नक्षत्र के चिन्ह के रूप में माना जाता है । कृतिका नक्षत्र का देव कार्तिकेय है ।नक्षत्र स्वामी सूर्य तथा इस नक्षत्र पर मंगल और शुक्र का भी प्रभाव रहता है ।बुद्धिमान ,तेजस्वी तथा प्रभावशाली होते है । स्वतंत्र विचार ,किसी भी वस्तु कार्य अथवा रहस्य के जड़ तक पहुँचने के लिए तत्पर रहते है । ऐसे जातक कार्य  ,वस्तु तथा व्यक्ति में कमिंया निकालने में निपुर्ण होते है । सभ्य ,उच्च शिक्षित होते है । स्त्री नक्षत्र है । अपने सिद्धांत एवं आदर्शवादिता के किरण समाज में इन्हें सम्मान मिलता है । जातक कला ,विज्ञान एवं व्यवसाय से संबंध रखता है ।इनका मौलिक चिंतन अधिक धन कमाने का होता है ।तर्क प्रस्तुत करने में बेजोड होते है । कृतिका नक्षत्र के जातक का भाग्य उदय जन्म स्थान से दूर जा कर होता है ।
मतांतर  -- कृतघ्न ,कृपण  ,क्षुधा से पीड़ित ,सत्य और धन रहित  , परस्त्रिगामी ,बिना कार्य के घूमने वाले ,कठोर वाणी बोलने वाले ,दुखी और अकर्तव्य मुखी होते है ।

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