ज्योतिषी कर्म से संभंधित
ज्योतिष शास्त्र से सम्बंधित प्रश्न कुंडली के बारे में कुछ जानकारी दे रही हूँ
1. अगर किसी ज्योतिषी के पास कोई जातक सुबह सूर्य उदय के समय किसी समस्या के समाधान के लिया आता है तो समझ लीजिए कि अगले आने वाली सक्रांति तक आप पर भी कोई समस्या आ सकती है यह समय तब तक का होता जब तक सूर्य देव् transit कुंडली में लगन में होते है
2. अगर कोई जातक आपके पास सूर्य अस्त के समय (जब सूर्य देव प्रश्न कुंडली में 7th भाव ) कोई समस्या लेकर आता है तब आपके बताये किसी भी उपाय का जातक को फल नहीं मिलता इसलिए ज्योतिषी को उसकी वजह से साख में कमी आने की सम्भावना होती है
3. अगर जब कोई जातक आपके पास आता है और प्रश्न लगन में राहुजी व् चद्रमा की युति होती है तो जातक किसी नेगेटिव पावर के असर में होता है अगर ज्योतिषी का चद्रमा मजबूत न हो तो उसका असर अगर ज्योतिषी कोई उपाय देता है तो उस नेगेटिव फाॅर्स असर ज्योतिषी पर भी आयेगा
4. अगर कोई जातक सूर्य अस्त के समय किसी ज्योतिषी के पास कोई समस्या लेकर आता है और इस समय की प्रश्न कुंडली के सप्तम भाव में राहुजी व् चंद्रमा की युति होती है और ज्योतिषी समस्या के निवारण का कोई उपाय देता है तो उस ज्योतिष पर या उसके परिवार नेगेटिव शक्ति का प्रभाव जरूर पड़ता है
बस सिर्फ शक्ति साधना करने वाले को रहत रहती है
Astro Shaliini
9910057645
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